Success Story : दिन में नौकरी, रात में पढ़ाई, UPSC में पाई 553वीं रैंक, अर्जुन मनराल बोले- 'जीते जी नूंंह..'
Success Story : हरियाणा के नूंह जिले में नगीना में बीडीपीओ के पद पर तैनात अर्जुन सिंह मनराल ने यूपीएससी की परीक्षा में ...अधिक पढ़ें
- News18 Haryana
- Last Updated :
नूंह-मेवात. हरियाणा के सबसे पिछड़े नूंह जिले में खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी नगीना अर्जुन सिंह मनराल ने यूपीएससी की परीक्षा में 553वीं रैंक हासिल की है. तकरीबन 11 महीने पहले नगीना खंड में खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी के रूप में कार्यरत हुए अर्जुन सिंह मनराल ने नौकरी करते हुए पढ़ाई के लिए समय निकाला और नामुमकिन को मुमकिन कर दिया. रोजाना करीब 3-4 घंटे उन्होंने पढ़ाई की और सोशल मीडिया इत्यादि से दूर रहे.
पूरी ईमानदारी के साथ बीडीपीओ के पद पर अपनी सेवाएं देते रहे. अर्जुन सिंह मनराल को पांचवें प्रयास में सफलता प्राप्त हुई. वर्ष 2022 में उन्होंने हरियाणा में एचसीएस की परीक्षा पास की और उसी के आधार पर बीडीपीओ नगीना के रूप में नियुक्ति हुई. उन्होंने उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा तथा जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नवनीत कौर की जमकर सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने भरपूर सहयोग किया, जिसकी बदौलत सफलता हासिल की. उन्होंने कहा कि उनके परिजनों ने परीक्षा में उत्तीर्ण होने की जानकारी दी थी. इस जानकारी से परिवार और इलाके में खुशी की लहर दौड़ गई.
मनराल ने कहा कि परिणाम आने के बाद वह गाजियाबाद स्थित घर पर गए थे, लेकिन वह उत्तराखंड के अल्मोड़ा के रहने वाले हैं. ग्रामीणों के भी लगातार फोन आ रहे हैं. जल्द ही वहां जाऊंगा और वहां पर ग्रामीणों द्वारा भव्य स्वागत किया जाएगा. उन्होंने कहा कि उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों-कर्मचारियों ने भी यूपीएससी की परीक्षा पास करने पर उन्हें बधाई दी है.
मनराल की प्रारंभिक शिक्षा उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के गांव से हुई और उसके बाद परिवार गाजियाबाद उत्तर प्रदेश में शिफ्ट हो गया. गाजियाबाद में स्कूली शिक्षा के बाद कॉलेज की शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त की. मनराल ने बताया कि लगातार वो परीक्षा दे रहे थे, लेकिन अब उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा क्लियर कर ली है. अर्जुन सिंह मनराल ने बातचीत के दौरान कहा कि मेवात को लेकर जिस तरह की लोगों की धारणा है, मेवात उस तरह का बिल्कुल नहीं है. यहां अमन एवं भाईचारा कायम है. अधिकारियों को बेहद इज्जत दी जाती है.
Success Story : किसान की बेटी ने बिना कोचिंग UPSC में पाई सफलता, त्याग ऐसा कि 8 साल से..
नूंह हिंसा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह काला अध्याय इस जिले के इतिहास में जुड़ा, लेकिन उससे पहले देश में कहीं भी सांप्रदायिक झगड़े हुए हो, यह इलाका हमेशा शांत रहा है. इस इलाके की जितनी तारीफ की जाए, उतनी कम है. जब मैं यहां पर आया था तो इलाके के बारे में सुनकर डरा और सहमा हुआ था, लेकिन 11 महीने में जो मान-सम्मान और भाईचारा यहां पर देखने को मिला वह कहीं देखने को नहीं मिला. मैं जीते जी इस इलाके को कभी नहीं भूल पाऊंगा और इस इलाके से हमेशा जुड़ा रहूंगा.
Tags: Haryana news, Mewat news, Success Story