• text

PRESENTS

sponser-logo

ASSOCIATE PARTNER

  • text
पहले मतदान, फिर जलपान...मगर पहले इस APP से पता कर लीजिए, पोलिंग बूथ पर कितनी लंबी लाइन है?
FOLLOW US
TEXT SIZE
SmallMediumLarge
SHARE
हिंदी समाचार / न्यूज / व्यवसाय / पहले मतदान, फिर जलपान...मगर पहले इस APP से पता कर लीजिए, पोलिंग बूथ पर कितनी लंबी लाइन है?

पहले मतदान, फिर जलपान...मगर पहले इस APP से पता कर लीजिए, पोलिंग बूथ पर कितनी लंबी लाइन है?

X
पोलिंग

पोलिंग बूथ पर जाने से पहले इस ऐप से पता करें कितनी लंबी लगी लाइन

करनाल NIC हरियाणा की ओर से लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इस बार एक अनूठी मोबाइल ऐप और वेबसाइट तैयार की है. जिसका प्रयोग कर म ...अधिक पढ़ें

मुकुल सतीजा/ करनाल: अब ये ऐप बताएगा कि पोलिंग बूथ के बाहर कितनी लंबी लाइन लगी है. हर आधे घंटे में आपको अपडेट जानकारी देगा. मतदाताओं की सुविधा के लिए देश में पहली बार पायलट तौर पर हरियाणा के ढाई दर्जन विधानसभा क्षेत्रों में क्यू एप का इस्तेमाल किया जाएगा. इसको लेकर करनाल जिला में बीएलओ को प्रशिक्षण दिया गया है. ऐप को वोटर्स-इन-क्यू का नाम दिया गया है.नैशनल इंफोर्मेटिक्ससेंटर हरियाणा द्वारा एप को तैयार किया गया.

करनाल NIC (नैशनल इंफोर्मेटिक्ससेंटर) हरियाणा की ओर से लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इस बार एक अनूठी मोबाइल ऐप और वेबसाइट तैयार की है. जिसका प्रयोग कर मतदाता पोलिंग बूथ पर लगी मतदाताओं की लाइन के बारे में जानकारी हासिल कर अपनी सुविधा के अनुसार वोट डालने के लिए बूथ पर जा सकेंगे. करनाल में एनआईसी के सभी बूथ लेवल ऑफिसर को इस ऐप के बारे में प्रशिक्षण दिया गया है.

इस ऐप का वोटर कर सकते है इस्तेमाल
एनआईसी के संयुक्त निर्देशक कमल त्यागी ने Local 18 से कहा कि हरियाणा राज्य चुनाव आयोग की ओर से एनआईसी द्वारा बनाए गए ऐप को स्वीकृति प्रदान कर दी है. इस ऐप को वोटर्स-इन-क्यू का नाम दिया गया है. इसी ऐप की www.eqmshry.nic.in के नाम से वेबसाइट भी बनाई गई है. देश में पहली बार पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इस वोटर ऐप का इस्तेमाल हरियाणा के करीब ढाई दर्जन विधानसभा क्षेत्रों में किया जा सकता है.

कतार के देगा पूरी जानकारी
कमल त्यागी ने बताया कि इस मोबाइल ऐप को भारत निर्वाचन आयोग ने भी प्रयोग के तौर पर अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है. मोबाइल ऐप पर मतदाता अपने एरिया का नाम, पोलिंग बूथ का नाम, वोटर का नाम आदि फीड करेगा तो उसे एक ओटीपी मिलेगा. जिसका प्रयोग कर वह बूथ पर सीधे बीएलओ से जुड़ सकता है. बीएलओ हर एक घंटा या आधे घंटे बाद एप में यह बताएगा कि इस समय वोट डालने के लिए कितने लोग कतार में लगे हुए हैं.

इस एप का सबसे बड़ा लाभ
कमल त्यागी ने बताया कि इस मोबाइल ऐप तथा वेबसाइट का पहली बार चुनाव में प्रयोग किया जा रहा है. इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि मतदाता को वोट डालने के लिए अधिक समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा और वहाँ भीड़ कम होते ही वोट डालने के लिए जा सकता है. यह प्रयोग सफल रहा तो इस प्रयोग को भविष्य में सभी विधानसभा क्षेत्रों में भी लागू किया जा सकता है. प्रारंभिक ट्रायल के रूप में अभी करनाल सहित गुरूग्राम, रोहतक, बहादुरगढ़, कैथल, झज्जर, रेवाड़ी, नारनौल, नूंह, पलवल, फरीदाबाद, बडखल, पंचकुला, अंबाला कैंट, अंबाला सिटी, यमुनानगर, थानेसर, पानीपत और सोनीपत विधानसभा क्षेत्रों में वोटर्स-इन-क्यू एप को शुरू किया गया है. वहीं नागरिकों ने कहा कि यह चुनाव आयोग की एक अच्छी पहल है. इससे उनका समय बचेगा और वह ऐप में बूथ की स्थिति देखकर आराम से अपना वोट डाल सकते हैं. नागरिकों ने सभी लोगों से अपना मतदान करने की अपील भी की.

Tags: Haryana news, Karnal news, Latest hindi news, Local18